आखिर ये स्टार्टअप चीज क्या है ?
हर एक युवा के लिए स्टार्टअप एक अच्छा विकल्प बनता जा रहा है |कई बार अधूरी जानकारी के साथ स्टार्टअप की शुरुआत करने वाले युवाओ के लिए कुछ समय बाद स्टार्टअप एक मुश्किल बन जाता है | युवाओ के बढ़ता रुझान को देखते हुए स्टार्टअप की सभी जानकारी देने के लिए हम आप के सामने स्टार्टअप की श्रीन्खला रखने जा रहे है |तो आईये जानते है , की आखिर ये स्टार्टअप है क्या ?
अगर विशेषज्ञों की माने तो स्टार्टअप शब्द का सीधा और सरल मतलब होता है की किसी नए कम को नए ढंग से शुरुआत करने का तरीका |
लेकिन फिर लोगो के दिल में एक सवाल उठता है कि काम और धंधे इस देश में सदियों से होते आ रहे है| और लोग उन्हें आम बोल चाल की भाषा में हिंदी में उद्धोग या व्यापार अंग्रेजी में बिजनेस कहते चले आ रहे है | फिर ऐसा क्या बदल गया पिछले तीन चार सालो में कि बिजनेस को' Startup' कहा जाने लगा सवाल वाजिब है की इसे समझने के लिए हमें सबसे पहले काम धंधा और बिजनेस को ठीक से समझाना होगा वरना स्टार्टअप को समझाना हमारे लिए मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो सकता है |
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क्या फर्क है काम - धन्धे , कारोबार ,'बिजनेस ' और स्टार्टअप में ?
कुछ भी समझने से पहले एक बात साफ़ कर दू की इन तमाम शब्दों की मूल में एक ही बात है और यह ये की आप इसके जरिये या तो कोई सेवा उपलब्ध करते है या फिर कोई समान बेचते है जिसके जरिये ग्राहक आप को पैसा देते है | यानि घुमाफिराकर इन तमाम शब्दों की आत्मा एक ही है और वो है क्रय विक्रय करना |
लेकिन समाज इसे दुसरे नजरिये से देखती है इसी लिहाज से इन शब्दों के मतलब बदल जाते है | यही वजह है की कोई पोलम्बर या कारपेंटर जो आपके घर में काम करता है अपने धन्धे को बिजनेस या स्टार्टअप कह कर नही बोल सकता है | आखिर क्यों ? क्यों कि सदियों से येसे तमाम कामो को जिसमे आप अपने हाथो के हुनर के जरिये ( बिना किसी खास निवेस के ) अकेले अपने दम पर कुछ करते है मसलन प्लम्बर का पेंटर का या फिर कुछ और जिसके जरिये आप कुछ कमाई कर सकते है उसे आम लोगो की भाषा में धंधा कहते है | येसा इसलिए होता है की क्योकि आप लोग ये जानते है की इस तरह के कामो के जरिये आप किसी तरह अपनी आजीविका चला सकते है | इसके जरिये आप रातो रात लखपति या करोड़ पति नही हो सकते है | ज्यो ही कोई व्यक्ति कोई येसा काम करना शुरु करता है जिसमे उसे कुछ अपने से निवेस करना पड़ता है या कुछ काम करने वाले कर्मचारी को वेतन देना पड़ता है फिर वो दुकान क्यों ही न हो फिर उसे वो कारोबार मानने लगता है |
स्टार्टअप दरअसल धंधा, कारोबार , व्यवसाय या बिजनेस करने का वो नया तरीकाऔर नजरिया है जिसने न केवल पुरानी मान्यताओ या बिजनेस करने का तरीका बदल दिया बल्कि स्टार्टअप बिजनेस का परिभाषा ही बदल दिया है | और ये सिद्ध कर दिया है की बिजनेस सिर्फ वो ही नही कर सकता जिसके पास पैसा है बल्कि बिजने वो भी कर सकते है जिनके पास एक फूटी कौरी तक भी नही बिजनेस के लिए सिर्फ एक चीज की जरूरत है और वो है सिर्फ और सिर्फ एक अच्छा IDEAका |
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'स्टार्टअप'( Startup) की परिभाषा
देखा जाए तो स्टार्टअप शब्द अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत के एक शहर शिलिकन वैली से पूरी दुनिया में पहुँचा जहाँ से कुछ कम्पनी की सुरुआत हुई , जिसमे Facebook, और Google सामिल है |
स्टार्टअप किसी भी बिजनेस की वो शुरूआती अवस्था है जिसमे किसी एसी समस्या का समाधान नये और अनोखे ढंग से खोजने की कोसिस की जाती है की जिससे एक बड़ी आबादी प्रभावित होती हो | दुसरे शब्दों में कहे तो स्टार्टअप एक येसा Idea है जिसमे पैसे की जरूरत नही है जरूरत है तो सिर्फ और सिर्फ एक अच्छे विचार की | स्टार्टअप शुरु करने के लिए ये कतई जरूरत नही है की आप के जेब में लाखो करोडो की पूंजी हो अगर आप का आईडिया शानदार है यूनिक है रोतो रात किसी सिस्टम में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है जिसका असर लाखो करोडो की जिंदगी पर पड़ता हो तो आप इसे कह सकते है की यही स्टार्टअप की पहली
सीधी है | एक येसा काम करने का तरीका जो एक अलग तरीका से किया जा सके जिसमे एक बड़े आबादी को प्रभावित करता हो और जिसमे टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया हो |
आज की तारीख में भारत में भी सैकड़ो स्टार्टअप है जो कामयाबी की नयी इबारत लिख रहे है जिन्होंने हमारे समाज को जिन्दगी जीने का एक नया तरीका सिखाया है | जिन्होंने करोड़ो लोगो की जिंदगी आसान बना दी है | फिर चाहे वो Online Mobile Recharge करने की सुबिधा देने वाली PayTm हो या फिर टैक्सी बुक करने की सुबिधा देने वाली OLA ,चाहे Shoping की तरीका बदलने वाली Flipkart हो | इन तमाम कम्पनी के मालिक एक मिडिल फैमली से मिलांग करते है चाहे वो M K vijay हो , ओला के भविश , फ्लिप्कार्ट के सुनील और बिंनी बंसल | इन सब के पास न ही पूंजी थी और न ही बिजनेस बैकग्राउंड | था तो एक शानदार आईडिया और उनका अपना जिद - कुछ बनने की जो करोड़ो जिन्दगिया बदल सके और वो चल पड़े उन सफर पर जिसे स्टार्टअप कहते है |
दोस्तों ये था स्टार्टअप के बारे में सम्पूर्ण जानकारी अगर आप को मेरा पोस्ट अच्छा लगा हो तो Plz आप commant जरुर करे और हमें बताये की ये Post आप को कैसा लगा तथा आप Share like जरुर करे और मेरा मदद करे |
Thanks for read my Post . Thanks .........
हर रोज कुछ नया करने वाले मुस्किलो से कभी डरते नही |
आश्मा को छुने का हौसला रखते है हम
मगर कभी सरजमी को छोरते नही|
By- AJEET SINGH
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KUSHINAGAR , INDIA
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ReplyDeletestart up business kaise kare start....
DeleteThank u for this
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteBeta apko thora or updates krne ki jrurat h
ReplyDeleteNice sir
ReplyDeleteस्टार्टअप के बारे में आपने जो बताया मुझे लगता है वो स्टार्टअप शुरू करने के लिए कोई कड़ी आपने नहीं दी जिससे कि एक दूर गांव में बैठा हुआ आदमी भी सेटअप शुरू कर सकें आप कुछ से आसान शब्दों में लोगों को समझाएं तो ज्यादा अच्छा होगा
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteBhai कम शब्दों me ज्यादा btao plz
ReplyDeleteAapka kam achha h
goog idea
ReplyDeleteSar start start up ka matlab hai ki Ham koi bhi business kar sakte hain usmein
ReplyDeleteBahut sundar
ReplyDelete.
ReplyDeleteStartup ke baare me jankari dene ke liye dhanyawad.
ReplyDeleteStartup product development