विधार्थी जीवन और प्यार ( Students life and love)
प्रेम - यह दुनिया का सबसे चर्चित शब्द है , और शायद सबसे अधिक विवादस्पद भी | जाहिर
है कि अगर फ़ैल जाये . तो व्यकित्व को फैला देगा और सिकुड़ जाए , तो उसे छोटा बना देगा |
है कि अगर फ़ैल जाये . तो व्यकित्व को फैला देगा और सिकुड़ जाए , तो उसे छोटा बना देगा |
मित्रो आज मै आप को बताऊंगा कि एक student को प्रेम किस रूप में लेना चाहिए प्रेम करने का सही तरीका क्या है |
मेरे मित्रो , आप सभी जिस उम्र में है , उस उम्र में आपके मन में प्रेम का भाव पैदा होना ही चाहिए | बहुत से लड़के ; विशेषकर लड़कियां अपने अन्दर इस भाव को पैदा होने पर अपराध बोध से ग्रसित हो जाती है | उन्हें लगता है की उनसे कोई पाप कर्म हो रहा है |
आप खुद बताये और ईमानदारी के साथ बताये की क्या सचमुच यह आपके हाथ में है की आप के अन्दर प्रेम की भावना पैदा न हो ?
तो आपका जबाब होगा नही |
प्रेम का भावना पैदा होना ही चाहिए यह प्रकृति की देन है | अपराध बोध तो तब होना चाहिए | जब इस तरह का कोई भाव जागे ही नही | यह हार्मोन्स की देंन है | और हार्मोन्स हमे Opposite सेक्स के प्रति आकर्षित करते है | इसमें आप कुछ नही कर सकते |
हाँ यह जरुर आपके उपर है की प्रेम का भाव आपके अंदर पैदा हुआ है उसे आप कैसा रूप देते है |
उसी पर आप का अधिकार है | और अब मै आता हूँ इसके दुसरे बिंदु पर और वो है |
उसी पर आप का अधिकार है | और अब मै आता हूँ इसके दुसरे बिंदु पर और वो है |
""प्रेम न करने से अच्छा है उसे पा कर खो देना '''
और आज मै खुलेआम घोषणा करता हूँ की प्रेम किया ही जाना चाहिए | प्रेम किसी से मिलने से
नही हो जाता है | हर कोई प्रेम करता है , और करना ही चाहिए | और बेहतर होगा की
प्यार मिल जाए | यह आप की सफलता की निशानी है | प्रेम को पाने से आप का आत्म विश्वास
बढ़ जाता है| और अपने अन्दर सकारात्मक विचार पैदा होने लगता है |
नही हो जाता है | हर कोई प्रेम करता है , और करना ही चाहिए | और बेहतर होगा की
प्यार मिल जाए | यह आप की सफलता की निशानी है | प्रेम को पाने से आप का आत्म विश्वास
बढ़ जाता है| और अपने अन्दर सकारात्मक विचार पैदा होने लगता है |
तीसरी स्थिति जो हमारे सामने आती है वह यह की प्रेम खो जाए | इस स्थिति को लोग बुरा मानते हैं , लेकिन मै नही | यह स्थिति युवाओं को देवदास बना देती है | उन्हें लगता है कि अब सब कुछ खो गया | उनका आत्म विश्वास काँच की गिलास ,की तरह सीमेंट की फ़र्स पर गिर कर चकनाचूर हो जाता है | उन्हें लगता है की मै इस लायक भी नही था | वे किसी लडकी के द्वारा सवयं को रिजेक्ट कर दिया जाना मानने लगते है| इससे उनका ब्यक्तित्व सिकुड़ जाता है | उसमे दरारे पड़ जाती है | उनकी सारी कोमलता और चिकनाहट गायब हो जाती है | उनका चेहरा उतर जाता है | रात की नींद उड़ जाती है | वे हतास के सागर में डूब जाते है | और बाद में कभी -कभी सुनने में यहाँ तक आता है की ' की वह इस दुनिया से ही चुक कर गया |
लेकीन मै प्रेम को न पाना एक सकारात्मक रूप में लेता हूँ | प्रेम में बल्कि मरने की नही जिलाने की क्षमता है | प्रेम हमारे जिंदगी और हमे बहुत उचाई पर पहुँचा सकता है | यहाँ तक की हमारी जिंदगी के लिए एक अच्छा - खासा सुन्दर मकसद भी तैयार कर सकता है | इसलिए प्रेम को पाने से बेहतर है उसे खो देना |
सच्चा प्रेम आप को उर्जा प्रदान करता है | नस -नस में ऐसा उतेजना भर देता है की
आप अद्भुत रूप से शक्तिमान हो उठते है फिर उस काम में लग जाते है . जो आप के प्यार को
सदियों - सदियों तक याद रख सके जिन्दा रख सके |
आप अद्भुत रूप से शक्तिमान हो उठते है फिर उस काम में लग जाते है . जो आप के प्यार को
सदियों - सदियों तक याद रख सके जिन्दा रख सके |
सच तो यह है की हम किसी दुसरे से प्यार करते ही नही है | हम प्रेम करते है अपने आप से | और वो कैसे .-- जब हम किसी और से प्रेम करते है तो हमें उससे आशा होती है की वो भी हम से प्रेम करेगा |
तो हो गया अपने आप से प्यार करना | यहाँ पर आप अपने आप से कल्पना कर के जरुर देखे |
उसी प्रकार जब कोई हम से प्रेम करता है तो आमतौर पर हम भी उससे प्रेम करने लगते है |
तो हो गया अपने आप से प्यार करना | यहाँ पर आप अपने आप से कल्पना कर के जरुर देखे |
उसी प्रकार जब कोई हम से प्रेम करता है तो आमतौर पर हम भी उससे प्रेम करने लगते है |
प्यार में आप सफल नही हुये तो आप क्या करेंगे ? क्योकि 95 % सम्भावना यही रहती है की आप असफल होंगे | क्यों की ये भारतीय संस्कृति है | अब सवाल यह है की आप अपने असफलता को सफलता में कैसे बदलेंगे ?
मेरा एक दोस्त था जो मेरे साथ पढता था | वह पतला दुबला और सावले रंग का था | 20 साल की उम्र में ही उसकी आखोँ पर बहुत अधिक पावर का चस्मा चढ़ा था | और वो पढने में ले दे कर पास होने वाला था | कूछ ऐसा हुआ की वो अपने ही क्लास के एक लड़की को अपना दिल दे बैठा | जो सुन्दरता की दृष्टि से चार हजार विधार्थी वाले कालेज में '' कालेज सुंदरी '' थी | हलांकि मेरे दोस्त ने मन ही मन अपना दिल तो दे बैठा था | एक ही क्लास में बैठने से मेरे दोस्त को बात चित करने का मौका अन्य मजनुओं से ज्यादा मिल गया | नोट्स लेने और देने की वजह से उसका विस्तार उसके घर तक आना जाना हो गया | मेरा यह दोस्त बेचारा उसे बहुत चाहता था | लेकिन मुस्किल यह आ रही थी की उसे इस बात का कोई सबूत नही मिल पार रहा था की वह भी उसे चाहती है | उसने एक उपाय निकला | उपाय यह था की उसने जमकर पढाई करना शुरू कर दी |वह खूब पढने लगा | 3rd division का record बनाने वाला मेरा यह दोस्त 1st division से पास हो गया | इसके बाद क्या हुआ| वो लड़की मिली की नही मै नही जनता | पर मै इतना जरुर जानता हूँ की मेरे इस दोस्त को एक बहुत अच्छा job मिल गई | क्योकि उसने Bsc अच्छे अंक के साथ पास किया था |||
➤ प्रेम का अर्थ पाना नही होता है -- बल्कि यह होता है की प्रेम का अर्थ होता है स्वयं को खोना और यह एक ऐसा विचित्र समीकर है , जहा आप स्वयं को खोकर ही स्वयं को पाते है | इसलिए खोने का मातम नही ,
बल्कि खोने का उत्सव मनाना चाहिए |
बल्कि खोने का उत्सव मनाना चाहिए |
➤ यदि प्रेम आप के अंदर हताश ला रहा है तो तुरंत सतर्क हो जाये | इसका मतलब है की आपके प्रेम में कुछ खोट है | यदि आप इसे तुरंत दुरुस्त नही करेंगे, तो घुन बन कर यह आप के व्यक्तित्व को अंदर ही अंदर से खोखला कर देगा |
➤प्रेम को एक उर्जा के रूप में ले |यह यह आप को कर्म में लगाने वाला होना चाहिए | रात में बिस्तर में करवटे बदलने वाला नही | यह आप के नींद उड़ाने वाला नही , बल्कि गहरी नींद दिलाने वाला होना चाहिए | तभी आप का व्यक्तित्व सुधर सकेगा|
➤ प्रेम प्रेरित करता है | --- यह आप को धक्का मार कर गिरता नही , बल्कि आगे की ओर धकेलता है | इसके धक्के से आप आगे की ओर बढ़ते-बढ़ते आप वहा पहुच जाते है, जहाँ पहुचने की कल्पना तक नही की थी ||||
''''''' गर चाहते हो जिन्दा रखना अपने इश्क को मेरे यार '''''''''' ''''''''' तो दफन कर दो उसे हमेशा - हमेशा के लिए ''''''''
By-- AJEET SINGH
PETRO-CHEMICAL ENGG
Email- gyanyoghindi@gmail.com
M.N- 8090838336, 9670776790
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KUSHINAGAR , INDIA
Nice post bhai
ReplyDeleteMast blog daa
ReplyDeleteCheat Kiya h , ye Dr vijVi Agarwal sir ka intellectual property h
ReplyDeletePrem MOH hai Maya hai
ReplyDeleteWhat a nice post
Super
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